राजनीति में कुछ भी सुनिश्चित नहीं होता।आया राम गया राम की किवदंती राजनीति में आम है।15 साल की सत्ता का भाजपा का जादू इस बार दिल्ली की जनता पर असर नहीं किया और कांग्रेस पिछले साल के मुकाबले इस बार और गर्त में गिर गई। बीजेपी जहां बहुमत के आंकड़े से दूर हो गई वही आम आदमी पार्टी ने के युवा बिग्रेड से कुछ चेहरों ने अपने जीत का परचम लहराया।जिसमे से एक नाम है शिवानी पांचाल का।
शिवानी पांचाल महज 24 साल की उम्र में पार्षद आम आदमी पार्टी के टिकट पर बनी हैं।शिवानी आईएएस अधिकारी बनकर समाज सेवा करना चाहती हैं। शिवानी एक पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट हैं और साथ ही यूपीएससी की तैयारी कर रही हैं।
शिवानी ने एमसीडी चुनाव में शिक्षा को मुद्दा बनाया और इसी मुद्दे पर युवाओं को एकजुट कर चुनाव लड़ा।।
अभी जनप्रतिनिधि बनकर फिलहाल समाज सेवा करना चाहती हैं।बीजेपी के सुमन लता को हराकर शिवानी पार्षद बनी हैं।
महिला आरक्षित सीट रोहतास नगर से आम आदमी पार्टी ने शिवानी को टिकट दिया था। बाकी चारों आरक्षित सीट पूर्व में बीजेपी का पास था। वोटिंग समाप्त होने पर जब एग्जिट पोल हुए थे तो आप को इस सीट को जीतने का अनुमान था और हकीकत में वही हुआ।