राजनीति में बयानबाजी का बाजार हमेशा गर्म रहता है। पार्टी के नेतागण अपने – अपने तरीके से अपना राय देते रहते हैं। हाल ही में भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि जब तक वह पार्टी के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद पर हैं,राज्य के समग्र विकास के लिए देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए।
बावनकुले का यह बयान चंद्रकांत पाटिल के उस बयान के कुछ महीने बाद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी ने भारी मन से फडणवीस के बजाए शिव सेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया था।
चंद्रकांत पाटिल फिलहाल शिंदे के कैबिनेट में मंत्री हैं। बावनकुले के इस बयान को विरोधी पार्टी ने हाथों हाथ लिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस की नजर में वर्तमान मुख्यमंत्री शिंदे उतने योग्य नहीं।
इस बाबत बावनकुले ने कहा कि “हम सभी को इस तरीके से काम करने की आवश्यकता है कि फडणवीस को मुख्यमंत्री पद मिल जाए, वैसे यह उन्हें पद दिलाने का मुद्दा नहीं यह महाराष्ट्र राज्य के समग्र विकास के लिए है”।
नागपुर में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए बावनकुले ने कहा “जब तक मैं भाजपा की राज्य इकाई का अध्यक्ष हूं, फडणवीस को आना चाहिए।” फिर बीच ही में अपने बयान को अधूरा छोड़ दिया।
फिर फडणवीस का नारा लगाए जाने पर बावनकुले ने कहा ” हम सभी को इस तरीके से काम करने की जरूरत है कि फडणवीस इस पद पर आएं और राज्य का समग्र विकास तेजी से हो”l
उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई एक व्यक्ति महाराष्ट्र के भविष्य को परिभाषित कर सकता है वह देवेंद्र फडणवीस हैं।
विपक्ष ने इस बयान को आरे हाथों लेते हुए यह प्रतिक्रिया दी। रांकापा के विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकारी ने कहा” इसका मतलब है की भाजपा के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का पार्टी में कोई महत्व नहीं।”