द मिडिया टाइम्स डेस्क
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महा विकास आघाड़ी (MVA) की तैयारी तेजी से चल रही है। इसमें शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला लगभग निश्चित हो चुका है, जिससे गठबंधन की रणनीति मजबूत हो रही है। इस प्रक्रिया में सभी दलों की प्राथमिकताओं और चुनावी क्षेत्रों को ध्यान में रखा गया है। आगे की चुनावी गतिविधियों में संयुक्त रैलियों और प्रचार अभियानों पर भी जोर दिया जा रहा है, ताकि गठबंधन के संदेश को प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचाया जा सके।
सूत्रों का दावा है कि गठबंधन में शामिल कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में दमदार प्रदर्शन का लाभ मिला है। जिसके अनुसार राज्य में कांग्रेस बड़ा भाई होगी तो वहीं मुंबई में शिवसेना (उद्धव गुट) ही बड़ा भाई होगा, इस पर गठबंधन में शामिल सभी घटक दल सहमत हो गए हैं। सूत्रों का दावा है कि मविआ में मुंबई की 90 फीसदी सीटों पर सहमति बन गई है। अब गठबंधन में शुक्रवार से महाराष्ट्र की सीटों पर चर्चा शुरू हुई है। प्रारंभिक चर्चा में एमवीए में 105, 95 और 88 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने की तैयारी चल रही है।
महाराष्ट्र की सीटों पर चर्चा शुरू
गुरुवार को मुंबई के बांद्रा-पूर्व बीकेसी स्थित सोफिटेल होटल में महा विकास आघाड़ी में शामिल घटक दलों की बैठक हुई थी। बैठक में शामिल मविआ के एक बड़े नेता ने बताया कि चर्चा सकारात्मक रही और मुंबई में शिवसेना उद्धव गुट के प्रभाव को सभी ने स्वीकार किया। इस आधार पर मुंबई में उद्धव गुट को 22 सीटें देने पर सहमति बन गई है। हालांकि उद्धव गुट 23 सीटों की मांग कर रहा है। शेष 14 सीटों पर कांग्रेस और राकां के बीच सामंजस्य व जीतने की क्षमता के आधार सहमति बना ली जाएगी।कुछ सीटों की अदला-बदली पर चर्चा होनी है। सूत्रों का दावा है कि बैठक में पहले कांग्रेस 115 तो वहीं शिवसेना (उद्धव गुट) कम से कम 100 सीटों की मांग पर अड़ा रहा। लेकिन काफी देर तक चली चर्चा के बाद कांग्रेस 105 तो वहीं उद्धव गुट 95 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गया।
संयुक्त सर्वे के आधार पर बंटवारा
बता दें कि महा विकास आघाड़ी में प्रमुख घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर चर्चा राज्य के सभी 288 विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में संयुक्त रूप से किए गए सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर चल रही है। सर्वे के अनुसार कांग्रेस का विदर्भ में, उद्धव गुट का कोकण एवं मुंबई में तो वहीं राका शरदचंद्र पवार का पश्चिम महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में दबदबा होने की जानकारी सामने आई है। इसी के अनुसार, सीटों का बंटवारा किया जाएगा।
बंटवारे पर सहमति और टकराव
सीट बंटवारे पर सहमति बनने के दौरान सीएम पद को लेकर टकराव भी देखने को मिल रहे हैं। शिवसेना उद्धव गुट सीएम पद पर अपना दावा ठोंक रहा है। जबकि कांग्रेस और राकां शरदचंद्र पवार सीएम पद का फैसला विधायकों की संख्या के आधार पर करने की बात कर रहे हैं। इन सबके बीच शुक्रवार को विधानसभा में कांग्रेस से बयान आया कि लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर सीएम कांग्रेस का ही बनना चाहिए।
इस पर संजय राऊत ने कहा कि आपकी बड़ी जीत में शिवसेना का बड़ा योगदान था। हमने आपको अपनी जीती हुई चार सीटें दीं। इस वजह से आपकी 13 सीटें हुईं हैं। यदि आपको जानकारी नहीं होगी तो अपनी जीत का अध्ययन कर लें।