द मिडिया टाईम्स डेस्क
महाराष्ट्र में कांग्रेस का जलवा एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। हाल ही में आए एक सर्वेक्षण के अनुसार, कांग्रेस पार्टी को 68 सीटें मिलने का अनुमान है, जो कि 2019 के विधानसभा चुनावों में प्राप्त 44 सीटों की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इस सर्वे के परिणामों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एनसीपी और शिवसेना को इस बार क्रमशः 44 और 41 सीटें मिलने का अनुमान है, जो कि उनके लिए एक बड़ा नुकसान साबित हो सकता है। समाजवादी पार्टी, सीपीआईएम और PWP को भी कुछ सीटें मिल सकती हैं, लेकिन कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता ने सभी को चौंका दिया है।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे को एमवीए की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा मानते हैं। यदि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनती है, तो मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
2019 में शिवसेना एकजुट थी, लेकिन अब वह दो हिस्सों में बंटी हुई है। इस बदलाव ने कांग्रेस के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है।
इस प्रकार, महाराष्ट्र में कांग्रेस का जलवा एक नई दिशा में बढ़ता हुआ नजर आ रहा है, और आगामी चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस अपनी बढ़ती ताकत को वास्तविकता में बदल पाती है।