देशभर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और तिलांजलि का भी रिवाज है। मकर संक्रांति की संध्या पर गंगा नदी के तट पर गंगा आरती का आयोजन भी किया जाता है। यदि आप गंगा आरती में आरती में होना चाहते हैं तो जाएं और इन धार्मिक शहरों की सैर करें।
हरिद्वार को धर्म नगरी भी कहा जाता है गंगा नदी अपने उद्गम स्थल से 253 किलोमीटर की दूरी तय कर हरिद्वार में प्रवेश करती है। इसलिए हरिद्वार को गंगाद्वार भी कहा जाता है हरिद्वार में मकर संक्रांति के दिन भव्य आरती का आयोजन किया जाता है।
ऋषिकेश को भी धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान और देव दर्शन के लिए ऋषिकेश आते हैं। वैसे तो रोजाना यहां गंगा आरती किया जाता है मगर मकर संक्रांति में विशेष रुप से आरती का आयोजन किया जाता है।
काशी की तो बात ही अलग है यहां प्रतिदिन गंगा आरती की जाती है। मकर संक्रांति के दिन बड़ी तादाद में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए काशी आते हैं। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन काशी में स्नान करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
प्रयागराज में गंगा यमुना और सरस्वती तीनों नदियों का समागम हुआ है इसलिए इसे प्रयागराज कहा जाता है यहां भी गंगा आरती भव्य तरीके से होती है।