दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज में यात्रियों को 1 दिन में25000 रुपए खर्च करने होंगे। क्रूज़ पर 51 दिनों का फुल पैकेज टिकट 12.59 लाख रुपए होंगे। भारतीय एवं विदेशी दोनों ही यात्रियों के लिए रिवर क्रूज का किराया समान होगा ।
एमवी गंगा विलास से यात्रा करने वाले यात्री कई ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थानों की यात्रा कर सकेंगे। वाराणसी में गंगा आरती और सारनाथ के दर्शन का अवसर मिलेगा। बिहार के स्कूल ऑफ योगा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय को देखने का अवसर प्राप्त होगा।
एमवी गंगा विलास रिवर क्रूज फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाओं से लैस है। गंगा विलास में सिर्फ 36 यात्री के सफर करने की व्यवस्था है। इस अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस क्रूज़ में 18 लग्जरी सुइट्स हैं। स्पा , आयुर्वेदिक मसाज , कॉमन डायनिंग एरिया और स्विमिंग पूल की विशेष सुविधा है। लाइब्रेरी और जिम की भी सुविधा है साथ में 40 क्रू मेंबर यात्रियों की सेवा में सदा तत्पर रहेंगे।
गंगा विलास अपने मंजिल तक पहुंचने में 2 महीने 51 दिन का समय लेगा। इस यात्रा में पर्यटकों को 50 पर्यटन स्थल देखने का अवसर मिलेगा। यात्रियों को भारत से बांग्लादेश तक 27 नदियों से गुजरना होगा। यात्रीगण इस दौरान कई विश्व धरोहर, स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदियों और घाटों का लुफ्त उठा सकेंगे।
बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी शहर घूमने का मौका मिलेगा।
प्रथम एमवी गंगा विलास रिवर क्रूज का सफर कोलकाता से शुरू हुआ है। 13 जनवरी को वाराणसी में रामनगर पोर्ट पर यह रिवर क्रूज पहुंचा है। यहां से बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ का सफर तय करेगा । अपने मंजिल तक 1 मार्च 2023 को क्रूज़ पहुंचेगा।
अगर आप दुनिया के सबसे लंबे क्रूज़ की यात्रा के साथ भारत के कई धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल का दर्शन करना चाहते हैं तो यहां विलास क्रूज़ के बारे में सभी जानकारियां दी गई हैं।
आप गंगा विलास से नव वर्ष में यात्रा का दिन सुनिश्चित कर सकते हैं। आप को जानकारी देते चलें कि एमबी गंगा विलास रिवर क्रूज को हरी झंडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखाई है। 51 दिन की क्रूज़ यात्रा में 3200 किलोमीटर का सफर तय करेगा। क्रूज की पहली यात्रा में 32 यात्री सवार हुए हैं जो मुख्य रूप से स्विट्जरलैंड के हैं।