द मिडिया टाईम्स डेस्क
आज हम बात करेंगे बॉलीवुड के एक ऐसे सिंगर के बारे में, जिनकी आवाज ने 90 के दशक में शाहरुख खान की फिल्मों को और भी खास बना दिया। जी हां, हम बात कर रहे हैं अभिजीत भट्टाचार्य की।
अभिजीत भट्टाचार्य, जिनकी मधुर आवाज ने कई हिट गानों को जन्म दिया, एक समय में शाहरुख खान की आवाज माने जाते थे। उनकी आवाज में वो जादू था, जो हर गाने को सुपरहिट बना देता था। ‘जोश’, ‘बादशाह’, ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’, ‘यस बॉस’, और ‘चलते-चलते’ जैसे गाने आज भी लोगों की जुबान पर हैं।
लेकिन, अभिजीत की कहानी में एक मोड़ भी है। अपने इगो और बड़बोलेपन के कारण, उन्होंने अपने करियर को खुद ही नुकसान पहुंचाया। एक समय में जो सिंगर राजा था, वो देखते ही देखते रंक बन गया।
आज हम जानेंगे कि कैसे अभिजीत भट्टाचार्य ने अपने करियर की ऊंचाइयों को छुआ और फिर कैसे उन्होंने अपने ही हाथों से उसे खो दिया। क्या उनकी आवाज में वो जादू अब भी है? क्या वो वापसी कर सकते हैं?
तो चलिए, इस दिलचस्प सफर पर चलते हैं और जानते हैं अभिजीत भट्टाचार्य की कहानी अभिजीत भट्टाचार्य, जो एक प्रसिद्ध गायक हैं, ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने सड़क पर सोने वालों को ‘कुत्ता’ कहा। उनका यह बयान तब आया जब उन्होंने सलमान खान के हिट एंड रन केस पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “कुत्ता रोड पर सोएगा तो कुत्ते की मौत मरेगा। सड़कें गरीब के बाप की नहीं हैं।” इस बयान ने सोशल मीडिया पर काफी हलचल मचाई और लोगों ने उनकी सोच पर सवाल उठाए।
इसके अलावा, जब पुणे में गुलाम अली का कॉन्सर्ट शिवसेना के विरोध के कारण कैंसल हुआ, तो अभिजीत ने गुलाम अली को ‘बेशर्म शादी का कव्वाल’ कहा। यह बयान भी विवादों में घिर गया और कई लोगों ने इसे असंवेदनशील माना।
अभिजीत ने सलमान खान पर भी निशाना साधा, खासकर उड़ी सेक्टर में हमले के बाद। उन्होंने कहा कि सलमान को अपने देश के प्रति वफादारी दिखाने में शर्म आती है और वह केवल दुश्मन देश के कलाकारों का समर्थन करता है।
इन बयानों ने अभिजीत भट्टाचार्य को एक बार फिर से विवादों के केंद्र में ला दिया है। क्या आपको लगता है कि उनके बयानों का कोई सकारात्मक प्रभाव हो सकता है, या यह केवल नकारात्मकता को बढ़ावा दे रहे हैं?