सरायकेला, 19 दिसंबर 2024: सरायकेला में मादक पदार्थों की अवैध खेती और व्यापार पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन ने हाई-टेक कदम उठाया है। अब ड्रोन की मदद से अफीम की खेती पर कड़ी निगरानी की जाएगी। जिला समाहरणालय सभागार में उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में हुई नारको कोऑर्डिनेशन सेंटर की बैठक में इस महत्वपूर्ण फैसले की घोषणा की गई।
बैठक में पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत, अनुमंडल पदाधिकारी सदानंद महतो, क्षेत्रीय वन पदाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। उपायुक्त ने सभी थाना प्रभारियों, रेंजरों और अंचल अधिकारियों को सरायकेला, खरसावां, कुचाई, ईचागढ़ और चांडिल में अफीम की अवैध खेती के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
अवैध खेती को खत्म करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर जंगल और पहाड़ी इलाकों की निगरानी की जाएगी। ड्रोन से चिन्हित किए गए क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात कर अफीम की फसलों को नष्ट किया जाएगा।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अफीम की खेती में लिप्त किसानों की पहचान कर उन्हें वैकल्पिक फसलों जैसे सब्जियों और अन्य उपजाऊ फसलों के बीज उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही, किसानों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने की भी बात कही गई।
अफीम और अन्य मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने लोगों को नशे से दूर रहने और दूसरों को भी प्रेरित करने की अपील की।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अनावश्यक कार्रवाई से बचते हुए किसानों को वैकल्पिक फसलों की ओर प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अवैध अफीम खेती को खत्म करने के लिए पर्याप्त बल के साथ अभियान चलाए जाएं।
सरायकेला में नशे के खिलाफ यह नया अभियान प्रशासन की दृढ़ता को दर्शाता है। ड्रोन की तकनीक से अब अफीम की अवैध खेती पर आसमान से कड़ी नजर रखी जाएगी।