कुमारी रंजना प्रधान संपादक द मीडिया टाइम्स।
दिल्ली में आगामी 5 फरवरी को विधान सभा चुनाव का एलान होते ही चारो तरफ चुनावी सरगर्मी का माहौल देखा जा रहा है. आम लोगों के सर्वेक्षण से जो नतीजा सामने आ रहा है उसमें मुख्य रूप से लोगों का झुकाव एक ओर जहाँ बीजेपी को आगामी चुनाव में दिल्ली के तख्त पर ताजपोशी की बात हो रही है वहीं कुछ लोग आम आदमी पार्टी को फिर से दिल्ली में लाने की बात कर रहे हैं.
वैसे दिल्ली में बीजेपी को लाने के पीछे दिल्ली को विकसित करने की तमाम मंशा लोग दिखा रहे हैं और कहते पाए जा रहे हैं दिल्ली में मधुशा ला नहीं पाठशाला की जरूरत है.केजरीवाल ने स्कूल तो बनाए पर शिक्षक योग्य नहीं ऐसे तमाम मुद्दे हैं और अगर बीजेपी आती है तो कई क्रांतिकारी कदम उठाए जाएंगे.
दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को चुनाव होने हैं। वहीं मतगणना 8 फरवरी को होगी। दिल्ली के चुनावी दंगल के लिए सबसे पहले आप ने अपने सभी उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। वहीं भाजपा 29 सीटों पर और कांग्रेस 48 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है।डेढ़ घंटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में CEC राजीव कुमार सिर्फ 10 मिनट दिल्ली चुनाव पर बोले। एक घंटे से ज्यादा वक्त तक उन्होंने EVM, वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और खास वर्ग के वोटर्स का नाम हटाने जैसे विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि चुनाव में चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाना गलत ट्रेंड है। इससे युवा वोटर्स पर असर पड़ता है। सुप्रीम कोर्ट भी EVM पर सवाल उठाने वालों को खारिज कर चुका है।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘काम की राजनीति और गाली-गलौज की राजनीति’ के बीच मुकाबला होगा। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाएगी। केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह चुनाव काम की राजनीति और गाली-गलौज की राजनीति के बीच होगा। दिल्ली की जनता का विश्वास हमारी काम की राजनीति के साथ रहेगा।
भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने विधानसभा चुनाव की घोषणा का स्वागत किया और जनता से ‘विकसित दिल्ली’ बनाने तथा लोगों की उन्नति में योगदान देने वाली सरकार चुनने की अपील की।नड्डा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। देश और प्रदेश के सर्वांगीण विकास, जनकल्याण और सुशासन को सुनिश्चित करने में इसकी अग्रणी भूमिका है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां की जनता से ‘विकसित दिल्ली’ बनाने और लोगों की उन्नति में योगदान देने वाली सरकार चुनने की अपील करता हूं।’
सियासी बयाँबाज़ी चाहे जो भी हो 8 फरवरी को जन आदेश देश के सामने होगा.