द मीडिया टाइम्स डेस्क
शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के एनडीए सरकार्यवाह में शामिल होने की चर्चा इन दिनों तेज हो गई है। राजनीतिक गलियारों में यह दावा किया जा रहा है कि एनसीपी और शरद पवार जल्द ही एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं। इस संभावित गठबंधन के साथ ही सुप्रिया सुले के केंद्रीय मंत्री बनने की भी चर्चा है।
सूत्रों के अनुसार, एक प्रमुख उद्योगपति एनसीपी के दोनों गुटों को एकजुट करने की कोशिश कर रहा है। यह स्थिति इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उप-मुख्यमंत्री अजित पवार भी चाहते हैं कि चाचा शरद पवार की पार्टी उनके साथ आ जाए और एनसीपी फिर से एकजुट हो जाए। आपको याद दिला दें कि 2023 में अजित पवार ने 40 से अधिक विधायकों के साथ चाचा शरद पवार का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल होने का निर्णय लिया था।
यदि एनसीपी-शरद पवार एनडीए में शामिल होते हैं, तो यह बीजेपी के लिए एक बड़ा लाभ साबित हो सकता है। वर्तमान में, बीजेपी के पास 240 लोकसभा सांसद हैं, और एनडीए में शामिल अन्य सहयोगियों के पास 53 सांसद हैं, जिसमें चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के पास 16 सांसद शामिल हैं।
इस प्रकार, यदि एनसीपी एनडीए का हिस्सा बनती है, तो यह संख्या 300 के पार जा सकती है, जो कि केंद्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
इस राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखना आवश्यक है, क्योंकि यह आने वाले समय में भारतीय राजनीति की दिशा को प्रभावित कर सकता है।