द मीडिया टाइम्स डेस्क
पुणे में पुलिस और एटीएस (एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड) ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 34 वर्षीय एहसान हाफिज शेख को गिरफ्तार किया है। शेख पिछले 20 वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रहा था और पुणे के महर्षि नगर इलाके में रहता था।
कैसे हुआ खुलासा?
पतित पावन संगठन के सदस्यों को शेख की गतिविधियों पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने उसे स्वारगेट पुलिस स्टेशन लाकर पूछताछ की। जांच के दौरान यह सामने आया कि वह बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले का मूल निवासी है। उसके मोबाइल फोन में बांग्लादेश में उसके रिश्तेदारों के नंबर भी पाए गए।
फर्जी दस्तावेज और अवैध गतिविधियां
पुलिस जांच में पता चला कि शेख ने 2004 में अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की और भारत में प्रवेश किया। उसने कोलकाता में एजेंटों की मदद से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाया, जिसका इस्तेमाल उसने भारतीय पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के लिए किया।
शेख के घर की तलाशी में पुलिस को निम्न चीजें बरामद हुईं:
– 7 आधार कार्ड
– 7 पैन कार्ड
– 2 वोटर आईडी
– 2 ड्राइविंग लाइसेंस
– 4 पासपोर्ट
– 9 डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड
– 8 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र
– कई देशों की विदेशी मुद्रा (बांग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, यूएई, कुवैत और कतर)
पुलिस की कार्रवाई
शेख के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC), पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उसके सेल फोन, सिम कार्ड, व्यावसायिक दस्तावेज, और किराए का समझौता भी जब्त किया है। यह घटना महाराष्ट्र में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर प्रशासन की सतर्कता और कार्रवाई को दर्शाती है।