द मिडिया टाइम्स डेस्क
एनएलबी सर्विसेज की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी से उबरने के बाद यात्रा और पर्यटन क्षेत्र में सबसे तेज सुधार देखा गया। इस क्षेत्र ने कैलेंडर वर्ष 2023 में 16 लाख अतिरिक्त नौकरियां दीं। जनवरी 2023 से, यात्रा और पर्यटन क्षेत्र में दिहाड़ी नौकरियों में 14 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसमें अनुवादक, फोटोग्राफर और टूर गाइड जैसे पद शामिल हैं। अगले दो वर्षों में इस क्षेत्र की नौकरियों में 20 फीसदी तक वृद्धि की उम्मीद है।
जीडीपी में 16.5 लाख करोड़ रुपये का योगदान
आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी मुद्रा के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में काम करते हुए यात्रा-पर्यटन ने 2022 में भारत की जीडीपी में 15.9 लाख करोड़ का योगदान दिया। 2023 के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये का अनुमान लगाया गया था।
दिल्ली और मुंबई में ज्यादा नौकरियां
एनएलबी सर्विसेस के सीईओ सचिन अलग ने कहा, इस क्षेत्र में नियुक्तियों में वृद्धि करने वाले शीर्ष शहरों में दिल्ली, एनसीआर, मुंबई, बंगलूरू, पुणे और कोच्चि शामिल हैं। अन्य शहरों में जयपुर, अहमदाबाद व चंडीगढ़ शामिल हैं।
शेफ, यात्रा सलाहकार की ज्यादा मांग
जिन प्रमुख प्रोफाइलों की मांग आगे बढ़ने वाली है, उनमें सेल्स (18%), बिजनेस डेवलपमेंट (17%), शेफ (15%), यात्रा सलाहकार (15%) शामिल हैं।
टूर ऑपरेटर (15 फीसदी), ट्रैवल एजेंट (15 फीसदी), होटल व्यवसायी (15 फीसदी), गाइड (20 फीसदी), वन्यजीव विशेषज्ञ (12 फीसदी) में भी अच्छी मांग है।
बिहार में पर्यटन का प्रक्षेत्र विस्तृत हो चुका है। यहां न केवल देसी बल्कि विदेशी पर्यटकों की संख्या में अभिवृद्धि हुई है। पर्यटन विभाग आधारभूत संरचनाओं को बेहतर बनाने में जुटा हुआ है, इसके साथ ही बेहतर रूप से प्रचार-प्रसार का कार्य भी किया जा रहा है। इसे और बेहतर बनाते हुए हम सब एक काम और करें कि जब भी बिहार के बाहर के लोगों से मिलें, तो यहां की बदली हुई तस्वीर बताते हुए उन्हें बिहार भ्रमण के लिए आमंत्रित करें। ये बातें नीतीश मिश्रा, पर्यटन मंत्री, बिहार ने ज्ञान भवन में आयोजित ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर 2024 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही।