द मीडिया टाइम्स डेस्क
इंदौर के भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के बेटे के साथ हुई मारपीट का मामला अब मानव अधिकार आयोग तक पहुँच गया है। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने हाल ही में विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के आधार पर इस मामले का संज्ञान लिया है।
घटना के अनुसार, इंदौर के वार्ड-65 में पार्षद के बेटे को 30 से 40 बदमाशों ने उसके घर में घुसकर न केवल कपड़े उतारकर पीटा, बल्कि उसके पिता को भी अपशब्द कहे। यह घटना न केवल एक गंभीर मानव अधिकार उल्लंघन है, बल्कि यह समाज में बढ़ती असुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति को भी दर्शाती है।
पार्षद के बेटे ने इस मामले में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि उसके साथ बर्बरता की गई। मानव अधिकार आयोग ने इस मामले में संबंधितों से जवाब मांगा है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
यह मामला न केवल इंदौर बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में मानव अधिकारों के संरक्षण की आवश्यकता को उजागर करता है। आयोग की कार्रवाई से यह उम्मीद की जा रही है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस प्रकार की घटनाएँ समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं, और यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर मानव अधिकारों की रक्षा करें।