द मीडिया टाइम्स डेस्क
महाराष्ट्र के शिर्डी में आयोजित बीजेपी के महाअधिवेशन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी नेताओं शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर तीखे प्रहार किए। अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों ने शरद पवार की 1978 से चली आ रही “धोखाधड़ी की राजनीति” का अंत कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव परिणामों ने उद्धव ठाकरे को उनकी “सही जगह” दिखा दी है।
असली शिवसेना और एनसीपी” का दावा
शाह ने कहा कि इस चुनाव ने स्पष्ट कर दिया है कि असली शिवसेना एकनाथ शिंदे के पास है और असली एनसीपी अजीत पवार के नेतृत्व में है। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं की मेहनत को सराहते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने विपक्ष की वंशवाद और विश्वासघात की राजनीति को नकार दिया है।
उद्धव ठाकरे पर निशाना
अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “आपने उन गद्दारों को करारा जवाब दिया है जो केवल सत्ता के लिए राजनीति करते हैं। आपने उद्धव ठाकरे जैसे गद्दारों को घर बिठा दिया।” उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अगले चुनावों में सभी सीटें जीतने का संकल्प लेने को कहा और पार्टी को इतना मजबूत बनाने की बात कही कि कोई भी बीजेपी के साथ विश्वासघात करने की हिम्मत न कर सके।
महाराष्ट्र को सूखा मुक्त करने का वादा
गृह मंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों में महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में यह वादा पूरा करने का भरोसा दिलाया। अमित शाह ने कहा, “2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह खत्म हो जाएगा। हमें पंचायत से संसद तक अपनी जीत सुनिश्चित करनी होगी।”
इंडिया गठबंधन पर टिप्पणी
अमित शाह ने विपक्षी “इंडिया गठबंधन” पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे इस गठबंधन के बिखरने की शुरुआत हैं। उन्होंने बीएमसी चुनाव का नाम लिए बिना कहा कि बीजेपी की आवाज उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगियों तक पहुंचनी चाहिए।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी का आह्वान
अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र ने 2024 का अंत अपनी जीत के साथ किया है, अब दिल्ली की जीत 2025 की शुरुआत का संकेत देगी।”
अमित शाह के इस आक्रामक भाषण ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को एकजुट करते हुए विपक्ष के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी आने वाले चुनावों में इस गति को बनाए रखने में कितना सफल रहती है।