द मीडिया टाइम्स डेस्क
दिल्ली विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 5 फरवरी को राजधानी की 70 सीटों के लिए मतदान होगा और इसके नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। हर किसी के मन में एक ही सवाल है—दिल्ली में इस बार किसकी सरकार बनेगी?
दिल्ली के दिल में क्या है?
द मीडिया टाइम्स ने दिल्ली के मतदाताओं का मूड जानने के लिए एक सर्वेक्षण किया। इस सर्वे में जनता से पूछा गया,
“दिल्ली के दिल में क्या है? सर्वे के परिणाम चौंकाने वाले हैं।
सर्वे के नतीजे:
सर्वेक्षण के अनुसार, एक बार फिर से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सत्ता वापसी होती दिख रही है। अनुमान है कि आप पार्टी को 70 में से 55 सीटें मिलेंगी, जबकि भाजपा 15 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है। कांग्रेस इस बार भी खाता खोलने में असमर्थ लग रही है।
आम आदमी पार्टी ने इस सर्वे को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते हुए कहा, *”दिल्लीवालों ने 55 सीटों का प्रचंड बहुमत देकर कहा- ‘दिल्ली के दिल में हैं सिर्फ केजरीवाल। अभी तो ये ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है।'”
पिछले चुनाव का प्रदर्शन:
2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब अरविंद केजरीवाल ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला था।
केजरीवाल बनाम भाजपा:
इस चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप भी जमकर हो रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त सामान बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, *”भाजपा इस कदर अहंकारी हो गई है कि उन्हें लगता है कि वे देश को खरीद सकते हैं।”
वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल को हार का डर सता रहा है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “दिल्ली ने अरविंद केजरीवाल को तीन बार मौका दिया है, लेकिन इस बार उनकी विदाई तय है।”
क्या बदलेंगे नतीजे?
दिल्ली के इस चुनावी रण में सियासी पारा चरम पर है। अब देखना होगा कि एग्ज़िट पोल के ये अनुमान 8 फरवरी को हकीकत में बदलते हैं या नहीं।