द मीडिया टाइम्स डेस्क
राजनीतिक मंच पर विवादों और तर्क-वितर्क का सिलसिला हमेशा चर्चा का विषय रहा है। हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा प्रहार किया। पवार ने सरदार वल्लभभाई पटेल, यशवंतराव चव्हाण और शंकरराव चव्हाण के देश के गृह मंत्री के रूप में दिए गए योगदान को याद करते हुए अमित शाह की आलोचना की।
शरद पवार ने अपने बयान में कहा कि, सरदार वल्लभभाई पटेल ने गृह मंत्री के रूप में देश के विभाजन के बाद विभिन्न रियासतों को एकजुट करने का महान कार्य किया। उनके प्रयासों ने भारत को एकीकृत राष्ट्र बनाया। यशवंतराव चव्हाण और शंकरराव चव्हाण ने भी गृह मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए देश की एकता और प्रशासन को मजबूत किया।”**
गुजरात और महाराष्ट्र के नेताओं का योगदान
पवार ने कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र के नेताओं ने देश को उत्कृष्ट शासन का परिचय दिया। उन्होंने बाबूभाई, माधव सिंह सोलंकी और चिमनभाई पटेल जैसे नेताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सभी अपने कार्यकाल में सफल प्रशासक साबित हुए। इसके साथ ही पवार ने यह भी जोड़ा कि इनमें से किसी भी नेता को अपने राज्य से तड़ीपार नहीं किया गया।
अमित शाह पर निशाना
शिरडी में आयोजित भाजपा अधिवेशन में अमित शाह ने शरद पवार को ‘गद्दार’ कहकर संबोधित किया था। इस पर पलटवार करते हुए पवार ने कहा कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल राजनीतिक गरिमा को ठेस पहुंचाता है। उन्होंने गृह मंत्रालय के महत्व और उसकी गरिमा पर जोर देते हुए कहा कि इस पद पर बैठे व्यक्तियों का कर्तव्य देश को जोड़ने और सशक्त बनाने का है।
महा विकास अघाड़ी की रणनीति पर चर्चा
शरद पवार ने यह भी कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक दल जल्द ही एक बैठक करेंगे जिसमें आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा, हम यह तय करेंगे कि इन चुनावों को मिलकर लड़ें या अलग-अलग।
राजनीतिक तकरार के बीच, पवार का यह बयान न केवल उनके नेतृत्व की मजबूती को दर्शाता है, बल्कि देश के महान नेताओं के योगदान को भी याद करता है। गृह मंत्रालय का पद देश के लिए कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसे समझते हुए राजनीति में मर्यादा बनाए रखना हर राजनेता की जिम्मेदारी है।