छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री(chhattisgarh cm) भूपेश बघेल(cm bhupesh baghel) ने 23 अगस्त को अपने राजनीतिक सलाहकार और विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के आवासों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी(ed raids in chhattisgarh) पर भाजपा और केंद्र सरकार(central government) की आलोचना की।
ईडी ने छत्तीसगढ़ में फिर छापा मारा है। इस बार मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के देवेंद्र नगर स्थित निवास में दबिश दी है। इसके साथ ही ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के भिलाई-3 निवास पर भी कार्रवाई जारी है। वहीं कारोबारी विजय भाटिया के घर पर भी जांच पड़ताल चल रही है। मकान के अंदर और बाहर सीआरपीएफ के जवानों को तैनात की गई है।
विनोद वर्मा सीएम भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं। वर्तमान में वो उनके राजनीतिक सलाहकार हैं। विनोद वर्मा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। वो रायपुर, दिल्ली और बीबीसी लंदन में पत्रकारिता कर चुके हैं। मनीष बंछोर भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी हैं और सीएम के ओएसडी हैं। भिलाई तीन में पुरानी भिलाई थाने के पीछे उनका घर है। साथ ही आशीष वर्मा का घर भिलाई के ही पदुम नगर में मुख्यमंत्री निवास के पास ही है। वो भी सीएम के ओएसडी हैं। इसके साथ ही विजय भाटिया का घर भिलाई नेहरू नगर ईस्ट में है। विजय फर्नीचर व्यवसायी हैं। वो सत्ता पक्ष के करीबी माने जाते हैं। भिलाई में दो दिन पूर्व ही सट्टा कारोबार से जुड़े लोगों के घर छापा पड़ा था।
दूसरी ओर बीजेपी दावा कर रही है कि ईडी को ठोस सबूत मिले हैं और उसने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. दरअसल, बुधवार की सुबह छत्तीसगढ़ में तब हड़कंप मच गया, जब ईडी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबियों के यहां दबिश दी. इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को जन्मदिन पर मिले तौफे के लिए आभार जताया है. साथ ही उन्होंने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी बुरी तरह से हार रही है. इसलिए ईडी-आईटी को चुनाव लड़ने के लिए ठेका दिया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चेतावनी देते हुए कहा, “ये न समझें की सत्ता में जिंदगी भर बैठे रहेंगे. रावण का अहंकार टूट गया तो यह लोग क्या हैंl