द मीडिया टाइम्स डेस्क
महाराष्ट्र मे इस वक्त सियासत का पारा बड़ा हुआ है, इस समय महाराष्ट्र सरकार को विपक्ष घेरने में आमादा हो गया है। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है।इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी,
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले पर कांग्रेस NCP ने केंद्र सरकार और
महाराष्ट्र सरकार को घेरने का प्रयास कर रही है विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवाजी महाराज की इस प्रतिमा का अनावरण महज 8 महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
इस वजह से न केवल महाराष्ट्र सरकार बल्कि केंद्र सरकार भी विपक्ष की आलोचनाओं से घिर गई। शिव भक्तों के रोष को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने इस घटना को लेकर जनता से माफी मांगी। इस बीच पीएम मोदी ने भी मराठा योद्धा की प्रतिमा ढहने की घटना पर माफी मांग ली है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष खासकर कांग्रेस को वीर सावरकर के अपमान करने के लिए आड़े हाथों लिया।
पीएम मोदी ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज… मेरे लिए सिर्फ नाम नहीं हैं, हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य देव हैं। पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो हुआ, आज मैं सिर झुकाकर मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज जी के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं।
कांग्रेस पर बरसते हुए प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत, इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप-शनाप गालियां देते रहते हैं, अपमानित करते रहते हैं, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं। वे लोग वीर सावरकर को गालियां देने के बाद भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। उनको पाश्चाताप नहीं होता है… महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है