द मिडिया टाईम्स डेस्क
नयी दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में सरफराज खान के साहसिक रवैये ने सभी को प्रभावित किया लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ भारत के सत्र की शुरूआती टेस्ट श्रृंखला के लिए अंतिम एकादश का चयन करने की बात आयेगी तो केएल राहुल का अनुभव उन्हें फायदा दिलायेगा। टीम प्रबंधन और चयन समिति का पूरा ध्यान नवंबर-दिसंबर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है और राहुल को 50 टेस्ट मैचों के खेलने का अनुभव है जिससे उन्हें फायदा होगा।टीम प्रबंधन के लिए यह एक युवा खिलाड़ी (सरफराज) की निडरता तथा टेस्ट कप्तान रहे एक अनुभवी खिलाड़ी के बीच चयन है जो एक दशक से राष्ट्रीय टीम का हिस्सा है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘बाहर के लोगों को यह समझ में नहीं आता कि टीम कैसे काम करती है और किस तरह की व्यवस्था होती है। केएल ने अपने पिछले तीन टेस्ट मैच दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाया जो हाल के समय में सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक है और चोट लगने से पहले हैदराबाद में अपने पिछले टेस्ट में 86 रन बनाए। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें टीम से बाहर नहीं किया गया बल्कि वह चोटिल हो गए। इसलिए वह फिट और उपलब्ध हैं, उन्होंने दलीप में अर्धशतक बनाया, उन्हें मैच खेलने का मौका मिला और वह खेलेंगे। ’’ घरेलू क्रिकेट के स्टार सरफराज ने इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में अपने पहले मैच में दो अर्धशतक और धर्मशाला में उसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ एक और अर्धशतक लगाकर शुरुआत की, जिसमें उन्होंने तेज और धीमे दोनों गेंदबाजों के खिलाफ सटीक फुटवर्क और सुधार दिखाया।सूत्र ने कहा, ‘‘सरफराज ने सब कुछ सही किया है। अगर कोई भी खिलाड़ी चोटिल होता है तो उन्हें खिलाया जायेगा। लेकिन राहुल के अनुभव की कोई सानी नहीं है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन सिर्फ बांग्लादेश को ही नहीं देख रहा है बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला पर भी ध्यान लगाये है, जहां पिछला अनुभव मायने रखता है। ’’ राहुल चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो टेस्ट दौरों में नहीं खेल पाये थे लेकिन 2014 में उन्होंने सिडनी में शतक बनाया था। हालांकि 50 टेस्ट के बाद राहुल का औसत 35 से कम है जो इतना अच्छा नहीं है।लेकिन सिडनी, लॉर्ड्स, ओवल, सेंचुरियन जैसे बड़े विदेशी मैदानों पर रन बनाना कर्नाटक के इस खिलाड़ी को आगे रखता है। निरंतरता की बात ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल के बीच भी लागू रहेगी। जुरेल एक बेहतरीन प्रतिभा हैं और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन पंत एक बेहतरीन टेस्ट खिलाड़ी हैं। जुरेल को अपने मौके का इंतजार करना होगा।एक और स्थान के लिए कुछ करीबी प्रतिस्पर्धा हो सकती है जो तीसरे स्पिनर के स्थान के लिए जिसमें कुलदीप यादव और अक्षर पटेल के बीच मुकाबला है। हाल में दलीप ट्रॉफी के पहले दौर के मैच में अक्षर और कुलदीप ने अपनी टीमों के लिए विपरीत प्रदर्शन किया। अक्षर ने अनंतपुर में 86 रन बनाने के अलावा तीन विकेट लिए तो वहीं कुलदीप थोड़े खराब फॉर्म में दिखे और प्रतिभाशाली मुशीर खान और पुछल्ले बल्लेबाज नवदीप सैनी को परेशान नहीं कर पाए।
लेकिन कुलदीप को 2022 की विदेशी श्रृंखला में बांग्लादेश के खिलाफ सफलता मिली है और वैरिशन के बूते वह बेहतरीन बल्लेबाजी ट्रैक पर अक्षर से बेहतर दांव हैं। वहीं 19 वर्षीय मुशीर खान भारत ए के ऑस्ट्रेलिया के दौरे के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसमें चार दिवसीय तीन टेस्ट होंगे।रणजी क्वार्टर फाइनल में दोहरा शतक और फाइनल में शतक लगाने वाले मुशीर ने भारत ए के खिलाफ भारत बी के लिए 181 रन बनाकर प्रभावित किया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत ए टीम का चयन दलीप ट्रॉफी के प्रदर्शन और शेष भारत तथा रणजी चैंपियन मुंबई के बीच ईरानी कप मैच के आधार पर किया जाएगा।