द मिडिया टाईम्स डेस्क – झारखंड
बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने जमशेदपुर में भाजपा पर जमकर किया प्रहार, कल्पना सोरेन को बताया झारखंड का भविष्य का बड़ा नेता
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत में भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने झारखंड में भाजपा की रघुवर दास सरकार के दौरान राज्य की स्थिति पर सवाल उठाए और बिहार की राजनीति को लेकर भी कई गंभीर बयान दिए।
“झारखंड में रघुवर दास के कार्यकाल में भाजपा ने राज्य को लूटने का काम किया। कई कंपनियाँ बंद हुईं, बेरोजगारी बढ़ी। यही भाजपा की असलियत है
पप्पू यादव ने भाजपा के नेताओं पर भी तंज कसा। उन्होंने पूर्व भाजपा नेता सरयू राय पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे रघुवर दास को जेल भेजने की बात करते थे, लेकिन अब उन्हीं को जदयू की टिकट मिल गई है। साथ ही, उन्होंने हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा के प्रयासों की भी आलोचना की।
“भाजपा ने पांच साल तक हेमंत की सरकार को गिराने की कोशिश की, उन्हें जेल भेजने का प्रयास किया, लेकिन अब सबकुछ साफ हो चुका है। भाजपा अब अपना मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं ढूंढ पा रही है।”पप्पू यादव ने भाजपा के अंदरूनी कलह और नेताओं की बदलती loyalties पर भी टिप्पणी की। उनका कहना था कि भाजपा ने राज्य में परिवारों को आपस में लड़वाने का काम किया है और यहां की जनता अब सब समझ चुकी है।
“झारखंड में स्वाभिमान की लड़ाई है, भाजपा अंग्रेजों से भी बढ़कर है। राहुल गांधी के नेतृत्व में हेमंत सोरेन की सरकार बनेगी।”
बिहार की राजनीति पर पप्पू यादव ने कहा कि वहां की स्थिति बेहद खराब है और राज्य में गरीबी बढ़ी है। साथ ही, उन्होंने उत्तरप्रदेश के उपचुनावों में चल रहे चर्चित स्लोगन “हम जुड़ेंगे तो विकास होगा, नया निर्माण होगा” पर भी अपनी राय दी।
“अगर हम बटेंगे तो बेरोजगारी बढ़ेगी, युवाओं का भविष्य अंधकार में जाएगा। हम जुड़ेंगे तो राज्य का विकास होगा।” अंत में, पप्पू यादव ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के बारे में भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन राजनीति में झांसी की रानी की तरह उभरेंगी और आने वाले दिनों में एक बड़ी नेता के रूप में उभरकर सामने आएंगी।”कल्पना सोरेन झांसी की रानी की तरह हैं, वह राजनीति में एक बड़ा नाम बनकर उभरेंगी।”
पप्पू यादव के बयान ने राज्य की राजनीतिक दिशा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह बयान झारखंड और बिहार के चुनावों पर क्या असर डालते हैं।