जमशेदपुर: छोटे और सूक्ष्म उद्यमियों को प्रोत्साहन देने और आत्मनिर्भर भारत अभियान को सशक्त बनाने के उद्देश्य से जिला उद्योग केंद्र के कैंप कार्यालय, जमशेदपुर में प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME) योजना के तहत एक दिवसीय ऋण स्वीकृति शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर की अध्यक्षता महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, चाईबासा ने की। कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक, विभिन्न बैंकों के समन्वयक, जिला और प्रखंड उद्यमी समन्वयक सहित कई लाभार्थी उपस्थित थे। शिविर में 10 लाभार्थियों के लिए 1 करोड़ 15 लाख रुपये की ऋण राशि पर विचार किया गया, जिसे प्रक्रिया पूरी करने के बाद स्वीकृत और वितरित किया जाएगा।
PMFME योजना का उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में स्थानीय उद्यमों को प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत छोटे उद्यमियों को वित्तीय सहायता के साथ-साथ तकनीकी और बाजार सहयोग भी प्रदान किया जाता है। इस शिविर में शामिल लाभार्थियों ने अपने व्यवसायों के विस्तार और नए उद्यम शुरू करने के लिए ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया पर चर्चा की।
महाप्रबंधक ने लाभार्थियों को बताया कि PMFME योजना के तहत ऋण प्राप्त करने के लिए क्या प्रक्रियाएं अपनानी होंगी और योजना से कैसे अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है। अग्रणी जिला प्रबंधक और बैंक समन्वयकों ने भी ऋण वितरण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने की प्रतिबद्धता जताई।
इस शिविर के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। जिला उद्यमी समन्वयक ने बताया कि इस योजना के जरिए न केवल रोजगार के अवसर सृजित होंगे, बल्कि क्षेत्रीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान भी मिलेगी।
शिविर में जिन लाभार्थियों की ऋण आवश्यकताओं पर विचार किया गया है, उनके प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत किया जाएगा। स्वीकृति के बाद राशि का वितरण जल्द से जल्द किया जाएगा, जिससे लाभार्थी अपने उद्यमों की स्थापना और विस्तार कर सकें।
जिला प्रशासन और उद्योग विभाग के इस प्रयास से स्थानीय उद्यमियों को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद है। PMFME योजना का यह शिविर स्थानीय विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।