एनसीपी में बगावत करने के बाद अजित पवार ने अपना एक अलग गुट बनाया है. बता दें, एनसीपी में फूट के बाद अजित गुट ने महाराष्ट्र सरकार में शामिल होकर उपमुख्यमंत्री पद की स्थापत ली, यही नहीं उनके साथ कई एनसीपी विधायकों ने भी अजित गुट का समर्थन किया. इस बीच एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खबर सामने आई है कि शरद पवार आज चुनाव आयोग को अपना जवाब नहीं सौपेंगे.
इस बीच शरद पवार के गुट ने एक मेल भेजकर कहा था कि अजित पवार के गुट ने कौन-कौन से दस्तावेज दिए हैं, उनकी सूची दें ताकि हम उनका जवाब दे सकें. लेकिन चुनाव आयोग से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है. अब शरद पवार गुट ने फिर 4 हफ्ते की मोहलत मांगी है, लेकिन चुनाव आयोग ने भी कोई जवाब नहीं दिया है. चुनाव आयोग ने दोनों समूहों को अपना जवाब देने के लिए आज गुरुवार तक का समय दिया है.
शरद पवार ने कहा था, “मैंने गलत अनुमान लगाया… मुझे पार्टी में हो रहे घटनाक्रम का एहसास नहीं हुआ. मैं (विभाजन के लिए) किसी पर उंगली नहीं उठा रहा हूं और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं.” येओला कस्बे में एक रैली को संबोधित करते हुए. उन्होंने घोषणा की कि वह नासिक में किसी की आलोचना करने नहीं आए हैं, बल्कि जिले के लोगों से माफी मांग रहे हैं – जिन्होंने हमेशा उनका समर्थन किया है – जिस तरह से उनकी पीठ पीछे एनसीपी विभाजित हो गई और वह अंधेरे में रहे.
एनसीपी में दो फाड़ होने के बाद ये मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है. अब खबर है कि शरद पवार गुट आज चुनाव आयोग को अपना जवाब नहीं सौपेंगे, उन्होंने चार हफ्ते का वक्त और मांगा है.