भारत की तरफ से दावोस सम्मेलन में चार केंद्रीय मंत्री-मनसुख मंडाविया, अश्विनी वैष्णव, स्मृति ईरानी, आरके सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शामिल हुए।
जनवरी 2023 में स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक हुई। 16 जनवरी से शुरू हुई यह बैठक 20 जनवरी 2023 तक चली। भारत की तरफ से दावोस सम्मेलन में वक्ताओं के रूप में अश्विनी वैष्णव, स्मृति ईरानी और मनसुख मंडाविया को चुना गया।
Modi Govt में उभरते सितारे हैं अश्विनी वैष्णव दावोस सम्मेलन में भारत की तरफ से संभावित वक्ताओं के रूप में योगी आदित्यनाथ, पीयूष गोयल और देवेंद्र फडणवीस जैसे बड़े नामों का उल्लेख किया गया था, लेकिन अंततः अश्विनी वैष्णव, स्मृति ईरानी और मनसुख मंडाविया को चुना गया। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को मोदी सरकार में उभरता सितारा माना जाता है।
कमाल कर रहा गुजरात, ओडिशा, राजस्थान से Ashwini Vaishnaw का कनेक्शन
उनके प्रतिद्वंद्वियों का कहना है कि उनका ‘GOR’ स्टेटस उन्हें बढ़त देता है। इसमें G गुजरात के लिए स्टैंड करता है, जहां वैष्णव का बिजनेस स्थापित किया गया था। O ओडिशा के लिए है जो अश्विनी वैष्णव के आईएएस के रूप में कार्यकाल के दौरान पसंदीदा कैडर था जबकि R उनके गृह राज्य राजस्थान का प्रतिनिधित्व करता है जहां से लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति सहित कई बड़े नेता आते हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सुशासन पर चुनिंदा पत्रकारों को ब्रीफिंग में अपने प्रदर्शन के कारण मोदी सरकार में अच्छा स्थान हासिल किया है। एक ऐसा विषय जो रेलवे, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स के उनके मंत्रिस्तरीय विभागों का हिस्सा नहीं है। पीएम मोदी ने कई मंत्रियों को उनके संबंधित मंत्रालयों के बाहर के विषयों पर पकड़ बनाने की क्षमता का परीक्षण किया।
Davos Conference 2023 के मुद्दे
दावोस सम्मेलन में दुनिया के 130 देशों के 2700 नेता शामिल हुए, जिसमें 52 देशों के प्रमुख भी शामिल हुए। इस बार दुनिया की अर्थव्यवस्था के प्रमुख मुद्दों में जलवायु परिवर्तन और रूस यूक्रेन युद्ध प्रमुख रूप से शामिल रहे। कोविड-19 महामारी के कारण यह बैठक दो साल नहीं हुई और उसके बाद यह पहली बैठक रही। इसमें भारत के लगभग सौ सदस्यों समेत हजारों प्रतिनिधियों ने ‘विभाजित दुनिया में सहयोग’ के विषय पर चर्चा की। इस साल की थीम कॉऑपरेशन फॉर सस्टेनेबल ग्रोथ एंड शेयर्ड प्रोस्पेरिटी रही।