जमशेदपुर। झारखंड पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक के निर्देशानुसार, जनशिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन बिष्टूपुर स्थित माईकल जॉन ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अखिलेश झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) किशोर कौशल ने लोगों की समस्याएं सुनीं और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम के दौरान माईकल जॉन ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था। दूर-दराज के विभिन्न थानों से आए लोग अपनी शिकायतें लेकर यहां पहुंचे थे। कार्यक्रम में लोगों ने पुलिस से संबंधित कई समस्याओं जैसे जमीन विवाद, चोरी, धोखाधड़ी, घरेलू हिंसा, साइबर क्राइम, और अन्य मामलों को उठाया।
आईजी अखिलेश झा ने शिकायतों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे समयबद्ध तरीके से मामलों का समाधान सुनिश्चित करें। कुछ मामलों में ऑन-द-स्पॉट कार्रवाई के आदेश दिए गए। एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि हर शिकायतकर्ता को न्याय मिलेगा और पुलिस उनकी हर संभव मदद करेगी।
कार्यक्रम के दौरान आईजी और एसएसपी ने लोगों से पुलिस व्यवस्था में भरोसा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि शिकायतें दर्ज करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है और पुलिस का दायित्व है कि वह उनकी समस्याओं को सुलझाए।
इस कार्यक्रम को पुलिस और जनता के बीच संवाद स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। नागरिकों ने भी इसे सकारात्मक पहल बताया और कहा कि इससे उनके मुद्दों पर ध्यान दिया जा रहा है।
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधिकारियों ने सभी थानों को निर्देश दिया कि वे ऐसे कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नागरिकों से संवाद करें।
“जमशेदपुर में IG-SSP की पहल: जनशिकायत समाधान शिविर में जनता को मिला त्वरित न्याय”
बिष्टुपुर स्थित माईकल जॉन ऑडिटोरियम में बुधवार को आयोजित जनशिकायत समाधान कार्यक्रम में जनता और पुलिस के बीच संवाद की अनोखी झलक देखने को मिली। झारखंड पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश पर आयोजित इस शिविर में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अखिलेश झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) किशोर कौशल ने व्यक्तिगत रूप से जनता की समस्याएं सुनीं।
कार्यक्रम में विभिन्न थानों के अधिकार क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिससे पूरा ऑडिटोरियम खचाखच भर गया। शिकायतकर्ताओं ने जमीन विवाद, घरेलू हिंसा, साइबर क्राइम, धोखाधड़ी और चोरी जैसे मामलों में अपनी परेशानियां अधिकारियों के समक्ष रखीं।
आईजी अखिलेश झा ने शिकायतों को सुनने के बाद कुछ मामलों में तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। कई समस्याओं को संबंधित थानों को सौंपते हुए, उनके त्वरित समाधान के लिए समयसीमा तय की गई। एसएसपी किशोर कौशल ने जनता को भरोसा दिलाया कि हर शिकायत का समाधान नियमानुसार किया जाएगा और किसी भी मामले में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शिविर में आईजी और एसएसपी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य जनता और पुलिस के बीच विश्वास बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में जनता की भागीदारी अहम है।
कार्यक्रम में आए लोगों ने इसे पुलिस की सकारात्मक पहल बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के शिविर से न केवल उनकी समस्याओं का समाधान हो रहा है, बल्कि पुलिस के प्रति उनका भरोसा भी मजबूत हुआ है।
कार्यक्रम के अंत में आईजी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे जनता से जुड़े मामलों को प्राथमिकता दें। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे नागरिकों को न्याय पाने में कोई देरी न हो।
जनशिकायत समाधान कार्यक्रम को स्थानीय लोगों ने एक बड़ी सफलता के रूप में देखा, जहां संवाद और समाधान दोनों का संतुलन दिखा।