द मीडिया टाइम्स डेस्क
आज हम बात करेंगे महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री को लेकर महायुति में साफ होते रास्ते की। हाल ही में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट किया कि उन्हें बीजेपी का मुख्यमंत्री स्वीकार है। उन्होंने कहा, “मैं अपने आप को कभी मुख्यमंत्री नहीं समझता, मैं हमेशा एक आम आदमी समझता हूं।” यह बयान न केवल उनकी विनम्रता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वे पार्टी के हितों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
शिंदे ने यह भी बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी और कहा कि मुख्यमंत्री के चयन में कोई अड़चन नहीं आएगी। उनका पूरा सहयोग बीजेपी को मिलेगा। लेकिन सवाल यह उठता है कि पिछले चार दिनों से जो उठापटक चल रही थी, वह किस लिए थी? शिंदे के मन में कहीं न कहीं यह चिंता थी कि बीजेपी का मन बदल सकता है, जैसा कि पिछली बार हुआ था जब शिवसेना को तोड़कर बीजेपी ने सत्ता में कदम रखा था। लेकिन इस बार परिस्थितियां भिन्न थीं।
शिंदे ने अपनी वाणी पर संयम रखा और अंततः महायुति में एकता का संदेश दिया। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है और महाराष्ट्र की राजनीति में क्या नए मोड़ आते है