भारतीय स्टार्टअप्स को मिलेगी नई उड़ान: सरकार और पेटीएम के बीच ऐतिहासिक समझौता

26 फरवरी 2025, नई दिल्लीभारत सरकार ने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने और वित्तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पेटीएम (वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया। इस समझौते के तहत पेटीएम स्टार्टअप्स को मेंटरशिप, बुनियादी ढांचा सहायता, बाजार तक पहुंच और फंडिंग के अवसर प्रदान करेगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को इस समझौते की घोषणा की।

इस समझौता ज्ञापन (MoU) पर औद्योगिक संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) और पेटीएम के बीच हस्ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्य भारतीय विनिर्माण और फिनटेक स्टार्टअप्स के विकास को गति देना और उन्हें नवाचार के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना है। इस पहल के तहत पेटीएम उद्यमियों को अत्याधुनिक भुगतान और वित्तीय प्रौद्योगिकी समाधान विकसित करने में सहायता करेगा, जिससे वे अपने स्टार्टअप्स को तेजी से आगे बढ़ा सकें।

सरकार के अनुसार, इस भागीदारी के माध्यम से फिनटेक हार्डवेयर स्टार्टअप्स को नवाचार और मार्गदर्शन प्राप्त होगा, जिससे वे अपने उत्पादों को बाजार के लिए तैयार कर सकेंगे। इसके अलावा, यह सहयोग नियामकीय और अनुपालन सहायता पर भी केंद्रित रहेगा, जिसके तहत इंडस्ट्री और सरकारी संगठनों के साथ मिलकर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यशालाओं के माध्यम से स्टार्टअप्स को वित्तीय तकनीक से जुड़े नियामकीय दिशा-निर्देशों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

इस पहल के अंतर्गत पेटीएम स्टार्टअप्स को बुनियादी ढांचा और बाजार तक पहुंच भी प्रदान करेगा, जिससे वे अपने उत्पादों का परीक्षण और सुधार कर सकें। साथ ही, पेटीएम के व्यापारी नेटवर्क का उपयोग कर वे अपने उत्पादों को बड़े पैमाने पर ग्राहकों तक पहुंचा सकेंगे। इस समझौते पर DPIIT के निदेशक सुमीत कुमार जरंगल और पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर विभाग के संयुक्त सचिव संजीव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि इस सहयोग के माध्यम से सरकार फिनटेक क्षेत्र के स्टार्टअप्स को विशेषज्ञता और आवश्यक संसाधनों से लैस कर उनका विस्तार सुनिश्चित करेगी। वहीं, पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि कंपनी स्टार्टअप्स को परामर्श, वित्तीय सहायता और अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस पहल के अंतर्गत पेटीएम अपने ‘पेटीएम फॉर स्टार्टअप्स’ कार्यक्रम के तहत विशेष योजनाएं शुरू करेगा, जिसमें निवेशकों से कनेक्शन, इन्क्यूबेशन प्रोग्राम, उद्योग-केंद्रित कार्यशालाएं और नियामकीय मार्गदर्शन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। इसके अलावा, समय-समय पर प्रभाव मूल्यांकन भी किया जाएगा ताकि इस पहल के तहत स्टार्टअप्स की प्रगति को मापा जा सके।

DPIIT इससे पहले भी कई अन्य कंपनियों जैसे कि अपना, रुकम कैपिटल, अवाना कैपिटल, भाने ग्रुप, फ्लिपकार्ट और आईटीसी के साथ इसी तरह के समझौते कर चुका है। इस नई साझेदारी से देश में स्टार्टअप्स को और अधिक सहयोग मिलने की उम्मीद है, जिससे भारतीय फिनटेक और विनिर्माण उद्योग को मजबूती मिलेगी।

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