द मिडिया टाईम्स डेस्क
चिंचवड़ में भाजपा ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मौजूदा विधायक अश्विनी जगताप की जगह उनके देवर शंकर जगताप को टिकट दिया गया है। यह निर्णय भाजपा के लिए आश्चर्यजनक है, क्योंकि शंकर जगताप ने पहले कभी चुनाव नहीं लड़ा है।
भाजपा ने पिंपरी-चिंचवड़ में 99 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें चिंचवड़ का मामला सबसे अलग है। यहां पार्टी ने मौजूदा विधायक को नजरअंदाज करते हुए नए चेहरे को आगे बढ़ाया है।
पार्टी को अश्विनी जगताप सहित सात उम्मीदवारों से आवेदन प्राप्त हुए थे, लेकिन अंततः शंकर जगताप का चयन किया गया। शंकर जगताप भाजपा पिंपरी-चिंचवड़ इकाई के प्रमुख भी हैं, जो उनकी राजनीतिक स्थिति को और मजबूत बनाता है।
इसके विपरीत, भोसरी विधानसभा सीट के लिए भाजपा ने दो बार के विधायक महेश लांडगे का समर्थन किया है, जो पार्टी की स्थिरता को दर्शाता है।
इस निर्णय के पीछे भाजपा की रणनीति क्या है, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या शंकर जगताप अपने बहनोई की विरासत को आगे बढ़ा पाएंगे? या यह निर्णय पार्टी के लिए चुनौती बन जाएगा?
चिंचवड़ की राजनीति में यह बदलाव निश्चित रूप से आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा