सरायकेला जिले के सीनी गुरुद्वारा में रविवार को श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर गुरुद्वारा में विशेष धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें सिख संगत और कई प्रमुख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री निशान साहिब का चोला बदलने की रस्म से हुई, जो सम्मान और नवीनीकरण का प्रतीक है। इसके बाद कीर्तन दरबार सजाया गया, जहां गुरबाणी के मधुर शब्दों ने सभी को आध्यात्मिक अनुभव कराया।
इस खास मौके पर असम में पदस्थापित और पहले सरायकेला में पदस्थ रहे डीआईजी सरदार हरपाल सिंह अपनी पत्नी जगजीत कौर के साथ उपस्थित हुए। गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने उन्हें शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
अपने संबोधन में डीआईजी हरपाल सिंह ने छोटी सिख संगत के बावजूद हर वर्ष इस तरह के भव्य आयोजन के लिए गुरुद्वारा कमेटी की प्रशंसा की। उन्होंने सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के अध्यक्ष सरदार भगवान सिंह और उनकी टीम को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम के दौरान सीजीपीसी के महासचिव गुरुचरण सिंह बिल्ला ने स्वयं अरदास की और प्रधान भगवान सिंह ने गुरु महाराज का मुख्य वाक सुनाया। कार्यक्रम का संचालन चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हरजीत कौर, मनजीत कौर, मनोज शर्मा, बित्तू सिंह, दशमेश सिंह और कई अन्य लोगों का विशेष सहयोग रहा। यह आयोजन न केवल गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बना, बल्कि एकता, सेवा और श्रद्धा के मूल्यों को भी सुदृढ़ किया।