कुमारी रंजना प्रधान संपादक द मीडिया टाइम्स।
ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक मेलबॉर्न क्रिकेट ग्राउंड में जब इंडियन क्रिकेट टीम संकट के दौर से गुज़र रही थी, 21 साल के एक युवा का बैटिंग के लिए उतरना और अपना धैर्यवान जलवा दिखाना अपने आप में एक अनुपम दृश्य था. इतनी कम उम्र और जबरदस्त 105 रन की पारी सचिन तेंदुलकर के बाद अगर देखने को मिला तो वह नीतीश रेड्डी के धारदार बैटिंग में.
Msk प्रसाद ने 12 साल की उम्र में इस क्रिकेट के चमकते सितारे के टैलेंट को पहचाना था.नीतीश कुमार रेड्डी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट मैच में शतक जड़ने में कामयाब रहे. ये उनके इंटरनेशनल करियर का पहला शतक है. नीतीश ने ये पारी 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए खेली. वह जब बल्लेबाजी के लिए उतरे थे को भारतीय टीम पर फॉलो ऑन का खतरा मंडरा रहा था.
ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया चौथे टेस्ट में गदर काट दिया। उन्होंने शनिवार को मैच के तीसरे दिन आठवें नंबर पर उतरने के बाद शानदार शतक ठोका। उन्होंने ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेल जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में गजब का संयम दिखाया। उन्होंने 171 गेंदों में शतक कंप्लीट किया, जिसमें 10 चौके और एक छक्का शामिल है। 21 वर्षीय खिलाड़ी की यह पहली टेस्ट सेंचुरी है। उन्होंने 81 गेंदों में 50 रन पूरे किए थे लेकिन धैर्य का दामन नहीं छोड़ा।
इस पूरी सीरीज में नीतीश ने अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीता। वह अपनी इस शतकीय पारी से पहले 3 बार 40 प्लस स्कोर बना चुके थे। लेकिन अपने इन शानदार स्टार्ट को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे थे। हालांकि आज ऐसा नहीं हुआ। रेड्डी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का तेल निकाल दिया।इस शतक के दौरान रेड्डी ने एक खास रिकॉर्ड भी बनाया। वह ऑस्ट्रेलिया में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे बड़ा इंडिविजुअल स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। रेड्डी ने शतक जड़ने के दौरान 10 चौके और एक छक्का लगाया। बता दें कि रेड्डी अभी भी नाबाद हैं और खबर लिखने तक 105 रन पर खेल रहे हैं। भारत के इस उभरते सितारे को सलाम।