द मीडिया टाइम्स डेस्क जमशेदपुर
भाजपा जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा के कार्यशैली से नाराज परसुडीह मंडल अध्यक्ष महामंत्री, प्रभारी सहित 200 कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा भाजपा जमशेदपुर महानगर के सुधांशु ओझा को जिला अध्यक्ष बनते ही विवाद उत्पन्न हो गया था। जो उनके द्वारा अपने चहते को सदस्यता प्रभारी बनाए जाने के बाद विवाद और गहरा गया, और स्तिथि यह बन गई की 54 बूथ के प्रभारी सहित 200 के लगभग भाजपा कार्यकर्ता इस्तीफा देने का मन बना लिया है।
जिसमें प्रथम चरण में 70 से ज्यादा सदस्यों ने वरीय जिला उपाध्यक्ष संजीव सिंहा को इस्तीफा सौंप दिया। संगठन के प्रति सुधांशु ओझा के कार्यशाली से नाराज कार्यकर्ता सवेरे से ही साकची स्थित केंद्र भाजपा कार्यालय में पहुंचने लगे, परसुडीह मंडल के महामंत्री देवेंद्र कुमार सिंह ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, कि जिला अध्यक्ष की कार्यशैली शुरुआत से ही संगठन के खिलाफ रही है।
वह हमेशा अपने ही बातों को कार्यकर्ताओं और प्रभारीयो पर थोपते थे। इतना तक की संगठन में बेहतर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर वे अपने चहते को ही प्रभारी बनाने का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में भाजपा के सदस्यता अभियान में भी मंडल अध्यक्ष द्वारा दी गई, नामो को पूरी तरह से दरकिनार कर परसुडीह मंडल के सदस्यता प्रभारी राम सिंह मुंडा को बना दिया गया। जब नामित सदस्यों ने इसका कारण जानना चाहा तो कोई संतुष्ट उत्तर नहीं दे पाए और कहने लगे आप लोग सिर्फ संगठन के लिए कार्य करें, इतना ही नहीं उनके द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभारी और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दुष्प्रचार भी किया जा रहा है।
ऐसे में आत्म सम्मान के साथ समझौता कर उनके साथ काम नहीं किया जा सकता। इसलिए मंडल के 54 भूतों के 200 से ज्यादा प्रभारी और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। इधर महिला मोर्चा के मंडल अध्यक्ष सीमा मुंडा ने भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा की जब मंडल अध्यक्ष महामंत्री और अन्य प्रभारी की बात जब जिला अध्यक्ष नहीं सुनते हैं, और उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
तो ऐसे में उनके अधीन संगठन का कार्य नहीं किया जा सकता इसलिए वे सभी इस्तीफा दे रहे हैं। इस दौरान सभी ने वरीय जिला उपाध्यक्ष संजीव सिन्हा को इस्तीफा पत्र सौंप कर जिला अध्यक्ष को हटाने की मांग की। वही संजीव सिंहा ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा नहीं दी है, बल्कि अपनी समस्याओं को रखा है। जिसे दिए गए पत्र को वरीय अधिकारियों के समक्ष दे दी जाएगी।