विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज शिकागो काउंसिल ऑन ग्लोबल अफेयर्स (CCGA) के निदेशक मंडल के एक प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात

  • द मीडिया टाइम्स डेस्क

विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज शिकागो काउंसिल ऑन ग्लोबल अफेयर्स (CCGA) के निदेशक मंडल के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व काउंसिल के सीईओ और नाटो में पूर्व अमेरिकी राजदूत, इवो एच. डाल्डर ने किया। यह मुलाकात वैश्विक मामलों और भारत की राजनीति, समाज और अंतर्राष्ट्रीय रिश्तों पर विचार-विमर्श करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बन गई।राहुल गांधी ने इस मुलाकात में विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर अपनी राय साझा की, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था, आर्थिक चुनौतियाँ और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की भूमिका शामिल थीं। उन्होंने खासकर भारत और अमेरिका के रिश्तों पर विचार-विमर्श किया, साथ ही उन्होंने अमेरिका-भारत संबंधों की मजबूती और उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता की बात की, जो दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा दे सकते हैं।

  • भारत और अमेरिका के रिश्ते दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय रिश्तों में से एक

राहुल गांधी ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय रिश्तों में से एक हैं, और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और व्यापार के क्षेत्रों में और अधिक सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए जरूरी है कि देश में समावेशी विकास को प्राथमिकता दी जाए, ताकि हर वर्ग के लोग समान रूप से उन्नति कर सकें।इस मुलाकात के दौरान, इवो एच. डाल्डर ने राहुल गांधी के विचारों का स्वागत करते हुए कहा कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका में वृद्धि हो रही है और इस दिशा में भारत को विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी से आग्रह किया कि भारत को एक स्थिर, समृद्ध और लोकतांत्रिक देश के रूप में अपने वैश्विक कद को बनाए रखने के लिए अच्छे शासन, पारदर्शिता और विकास के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।

  • जलवायु परिवर्तन, वैश्विक स्वास्थ्य संकट, और तकनीकी विकास जैसे मुद्दे सभी देशों के लिए साझा चुनौतियाँ

राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत को अपनी राजनीति और विदेश नीति में नए दृष्टिकोण को अपनाने की जरूरत है, जिससे न केवल भारत की सुरक्षा और आर्थिक स्थिति मजबूत हो, बल्कि पूरे क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता में भी योगदान हो। उन्होंने विशेष रूप से यह बताया कि जलवायु परिवर्तन, वैश्विक स्वास्थ्य संकट, और तकनीकी विकास जैसे मुद्दे सभी देशों के लिए साझा चुनौतियाँ हैं और इन पर वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है।इस बैठक के दौरान, राहुल गांधी ने अमेरिका और अन्य देशों के साथ भारत के सहयोग को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता की बात की, ताकि वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र, मानवाधिकार और विकास के मुद्दों पर एक सकारात्मक प्रभाव डाला जा सके। इस मुलाकात के जरिए दोनों पक्षों के बीच विचार-विमर्श और समन्वय बढ़ाने का अवसर मिला, जो भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बना सकता है।

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